Saturday 1 September 2012

हिसार. मुख्याध्यापक बनने का सपना देख रहे अध्यापकों के लिए यह एक चौंकाने वाली खबर है। मौलिक शिक्षा विभाग ने इन अध्यापकों की उम्मीदों के विपरीत प्रदेश भर में मात्र 433 हेड टीचर के पद सृजित किए हैं। इससे पहले साढ़े पांच हजार से भी अधिक हेड टीचर के पद सृजित किए जाने थे। विभाग के इन निर्देशों से अध्यापक वर्ग में हलचल मची हुई है।



शिक्षा का अधिकार अधिनियम के तहत पहली से आठवीं कक्षा तक के स्कूलों में अलग से मुख्याध्यापक का पद सृजित किए जाने थे। इसके लिए विभाग ने छठी से आठवीं कक्षा तक 200 स्टूडेंट्स की शर्त लागू कर दी। इससे प्रदेश भर में मात्र 377 पद ही सृजित हुए। विभाग के इस निर्णय के खिलाफ मास्टर वर्ग हाई कोर्ट चले गए। जिसमें सरकार को निर्देश दिए गए कि स्कूलों में छात्र संख्या की शर्त के बिना मुख्याध्यापक के पद पर पदोन्नति दी जाए। इसके बाद विभाग ने अभी हाल ही में 5548 मुख्याध्यापकों के पद सृजित करते हुए पदोन्नति केस मांगे थे।




यमुनानगर के लिए सबसे ज्यादा 49 पद

मुख्याध्यापक पद के लिए हिसार जिले से छह सौ से भी अधिक आवेदन भेजे गए हैं, लेकिन विभाग की तरफ से जारी सूची में मात्र 23 मुख्याध्यापक के पद स्वीकृत किए गए हैं। वहीं, सबसे अधिक यमुनानगर से 49 पदों को स्वीकृति दी गई है। मास्टर वर्ग एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष रोहताश छाछिया का कहना है कि नियमों के अनुसार प्रदेश भर में साढ़े पांच हजार से भी अधिक मुख्याध्यापक के पद बनते हैं। विभाग ने नाममात्र के पद सृजित किए हैं तो यह गलत है। इस पर शीघ्र ही बैठक बुलाकर आगामी रणनीति तय की जाएगी।



कहां कितने लगाए गए मुख्य अध्यापक

हिसार 23

फतेहाबाद 32

सिरसा 32

भिवानी 17

जींद 35

रोहतक 04

अंबाला 12

फरीदाबाद 15

गुड़गांव 11

झज्जर 04

कैथल 30

करनाल 29

कुरुक्षेत्र 24

महेंद्रगढ़ 13

मेवात 26

पलवल 30






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