नई भर्ती नीति का विरोध करेगा प्राथमिक शिक्षक संघ
कैथल, जागरण संवाद केंद्र : राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ हरियाणा ने सरकार द्वारा शिक्षकों की नई भर्ती में शिक्षकों को अनुबंध पर रखने और 5 साल बाद एक वर्ष के प्रोबेशन पर रखने के निर्णय का कड़ा विरोध किया।
संघ के जिला प्रधान रोशन लाल पंवार ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए नियमित भर्ती के स्थान पर इस भर्ती नीति की आलोचना करते हुए सरकार के खिलाफ आन्दोलन करने की चेतावनी दी और कहा कि इस गम्भीर विषय पर आन्दोलन की रूपरेखा तय करने के लिए संघ की 22 अप्रैल को राज्यस्तरीय बैठक जीन्द में होगी। राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ ने नियमित भर्ती का समर्थन किया है और सरकार के इस आदेश को नादिरशाही फरमान की संज्ञा दी है यदि वापस नहीं लिया गया तो पूरे प्रदेश के प्राथमिक शिक्षक सरकार का हर मोर्चे पर पूरा विरोध करेंगे। सरकार द्वारा नई भर्ती में अध्यापकों पद ठेके पर भरे जाने तथा पूरा वेतन न देकर केवल बेसिक पे तथा ग्रेड पे देने का प्रावधान है जिसमें अध्यापकों को अन्य सभी लाभों से वंचित किया जाएगा।
प्रदेश के इतिहास में यह इस प्रकार की पहली भर्ती होगी जिसमें अध्यापकों को ठेके पर लेकर आधे वेतन में काम लिया जाएगा तथा उन्हें सभी भत्तों, मेडिकल व मकान किराया भी नही दिया जाएगा। जिला वरिष्ठ उपप्रधान राजेश बैनीवाल ने कहा कि इस फैसले से सरकार के कर्मचारी हितैषी होने की पोल खुल गई है तथा हरियाणा को शिक्षा हब के रूप में विकसित करने पर भी सवालिया निशान लग गया है जिसका प्राथमिक शिक्षक संघ कड़ा विरोध करेगा।
कैथल, जागरण संवाद केंद्र : राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ हरियाणा ने सरकार द्वारा शिक्षकों की नई भर्ती में शिक्षकों को अनुबंध पर रखने और 5 साल बाद एक वर्ष के प्रोबेशन पर रखने के निर्णय का कड़ा विरोध किया।
संघ के जिला प्रधान रोशन लाल पंवार ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए नियमित भर्ती के स्थान पर इस भर्ती नीति की आलोचना करते हुए सरकार के खिलाफ आन्दोलन करने की चेतावनी दी और कहा कि इस गम्भीर विषय पर आन्दोलन की रूपरेखा तय करने के लिए संघ की 22 अप्रैल को राज्यस्तरीय बैठक जीन्द में होगी। राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ ने नियमित भर्ती का समर्थन किया है और सरकार के इस आदेश को नादिरशाही फरमान की संज्ञा दी है यदि वापस नहीं लिया गया तो पूरे प्रदेश के प्राथमिक शिक्षक सरकार का हर मोर्चे पर पूरा विरोध करेंगे। सरकार द्वारा नई भर्ती में अध्यापकों पद ठेके पर भरे जाने तथा पूरा वेतन न देकर केवल बेसिक पे तथा ग्रेड पे देने का प्रावधान है जिसमें अध्यापकों को अन्य सभी लाभों से वंचित किया जाएगा।
प्रदेश के इतिहास में यह इस प्रकार की पहली भर्ती होगी जिसमें अध्यापकों को ठेके पर लेकर आधे वेतन में काम लिया जाएगा तथा उन्हें सभी भत्तों, मेडिकल व मकान किराया भी नही दिया जाएगा। जिला वरिष्ठ उपप्रधान राजेश बैनीवाल ने कहा कि इस फैसले से सरकार के कर्मचारी हितैषी होने की पोल खुल गई है तथा हरियाणा को शिक्षा हब के रूप में विकसित करने पर भी सवालिया निशान लग गया है जिसका प्राथमिक शिक्षक संघ कड़ा विरोध करेगा।
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