मांगें पूरी नहीं होने पर अध्यापक करेंगे प्रदर्शन
कैथल, जागरण संवाद केंद्र : राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ का प्रतिनिधिमण्डल बुधवार को प्राथमिक शिक्षकों की मांगों को लेकर जिला प्रधान रोशन लाल पंवार की अध्यक्षता में जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी सन्तोष ग्रोवर से मिला।
बैठक में उप जिला शिक्षा अधिकारी रफिया राम भी उपस्थित थे। जिला प्रधान ने अधिकारियों के आश्वासन के बाद भी मांगें पूरी नहीं करने पर रोष जताया है। उन्होंने कहा कि अधिकारियों ने प्राथमिक शिक्षकों की सभी मांगें 31 मार्च तक पूरी करने का आश्वासन दिया था, लेकिन यह कोरा ही साबित हुआ। शिक्षकों की सभी मांगें जैसे वरिष्ठता सूची जारी करना, प्राथमिक शिक्षकों को कन्फर्म करना, हिन्दी, संस्कृत व पंजाबी पदों पर पदोन्नति करना, पिछले वर्ष हुए खेलों के बिलों की अदायगी करना, एसीपी प्रदान करना आदि आज भी अधूरे पड़े हैं। इसके कारण अध्यापकों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इसके साथ ही बुधवार को हुई बैठक में जिला परिषद् के तहत लगे अध्यापकों का एरियर 31 मार्च तक नहीं निकलवाने के मुद्दे पर अध्यापकों ने नाराजगी व्यक्त की। अध्यापकों ने मांग की कि उन्हें जल्दी ही एरियर दिया जाए। डीईईओ ने संघ पदाधिकारियों को भरोसा दिलाया कि 22 अप्रैल तक वरिष्ठता सूची तैयार कर दी जाएगी। अध्यापकों को कन्फर्म करने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। जिन अध्यापकों की एसीपी निजी मिसल नहीं होने के कारण नहीं लग पाई थी उन अध्यापकों की निजी मिसल पंचकूला से वापस मंगवा ली गई हैं। उन्हें संबंधित खंडों में भेजा जा रहा है ताकि एसीपी के पेंडिंग मामलों को निपटाया जा सके।
जिला परिषद् के तहत लगे अध्यापकों को समय पर एरियर नहीं देने के मामले की जांच की जाएगी तथा दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। हिन्दी, संस्कृत व पंजाबी पदों पर पदोन्नति के मामले पर उन्होंने कहा कि इन विषयों के रिक्त पदों का रोस्टर तैयार किया जा रहा है। संघ पदाधिकारियों ने अधिकारियों को कहा कि यदि 22 अप्रैल तक सभी मांगें पूरी नहीं हुई तो प्राथमिक शिक्षक संघ जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर धरना देगा। संघ प्रतिनिधिमंडल में जिला प्रधान रोशन लाल पंवार, संरक्षक सतबीर बुढाखेड़ा, संयुक्त सचिव जोगी राम, खण्ड कैथल प्रधान बलवान छौत शामिल थे।
पात्र अध्यापकों को लिया हिरासत में, बाद में रिहा
हिसार, जासं : शिक्षक भर्ती नियम में किए गए बदलाव के विरोध में पात्र अध्यापक ने शनिवार को अंबेडकर जयंती समारोह में शामिल होने पहुंचे मुख्यमंत्री व शिक्षामंत्री को काले झंडे दिखाने पहुंचे। सिविल लाइन थाना पुलिस ने मधुबन पार्क से करीब 22 पात्र अध्यापकों को हिरासत में लिया। पुलिस ने मधुबन पार्क से विनोद, सूबे सिंह, राकेश, अनिल यादव, विष्णु, दीपक, सुशील, पवन, कृपा राम, संजय, सुनील व सुभाष सहित करीब 22 पात्र अध्यापकों को हिरासत में ले लिया तथा शाम को सभी रिहा कर दिए गए। पात्र अध्यापक संघ के प्रदेशाध्यक्ष राजेन्द्र शर्मा ने कहा कि पात्र अध्यापक की परीक्षा पास कर नौकरी के इंतजार में बैठे हुए हैं।
अब बच्चे ले सकेंगे लजीज व्यंजनों का जायका !
रणबीर धानियां, धनौरी
गरीब का बच्च अब शुद्ध और लजीज व्यंजन का जायका लेगा! जबकि भोजन में गड़बड़ी करने वालों को लोहे के चने चबाने पड़ेंगे। प्रदेश के शिक्षा विभाग ने मिड-डे-मील की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए विशेष कार्ययोजना को जमीनी स्तर पर उतारने का निर्णय लिया है। इस कड़ी में विभाग द्वारा नए सत्र में हेल्प-लाइन सेवा को गतिशील किया जाएगा।
राज्य की शिक्षा मंत्री गीता भुक्कल की अगुवाई में क्रियान्वित इस सेवा के माध्यम से किसी भी स्थान से कोई भी व्यक्ति मिड-डे-मील से संबंधित सूचना प्रेषित कर सकता है। इस तरह जहां हेल्पलाइन तीसरी आंख की तरह नन्हे-मुन्नों के पकवान नजर रखेगी वहीं दिल में खोट रखने वालों को रंग हाथों पकड़वाएगी। दीगर है कि प्रदेश के शिक्षण संस्थानांे में मिड-डे-मील की गुणवत्ता पर पूर्व में कई बार भारी बवाल मचे हैं।
इस प्रकार के विवादों पर अंकुश लगाने के लिए प्रदेश सरकार ने नन्हे-मुन्नों के लिए शिक्षण संस्थानों में तैयार किए जाने वाले मिड-डे-मील के लिए रसोई निर्माण परियोजना का निर्णय लिया था। स्कूलों में बनाई जाने वाली इन रसोइयों में पाकशाला के साथ-साथ खाद्य सामग्री के भंडारण की व्यवस्था का भी प्रावधान किया गया। जबकि नन्हे-मुन्नों के लिए तैयार किए जाने वाले मिड-डे-मील की स्वच्छता को बनाए रखने के लिए कड़े दिशा निर्देश पारित किए गए।
इस पर विमर्श करते हुए प्रदेश की शिक्षा मंत्री गीता भुक्कल ने ऐसी योजना को मूर्त रूप देने का निर्णय लिया जिसके माध्यम से निरंतर मिड-डे-मील की गुणवत्ता पर नजदीकी नजर रखी जाए
134ए नियम लागू करने को कसी कमर
कैथल, जागरण संवाद केंद्र : उपायुक्त ए मोना श्रीनिवास ने कहा कि जिला में स्थित सभी मान्यता प्राप्त विद्यालयों में हरियाणा शिक्षा अधिनियम 2003 में अंकित नियम 134ए को दृढ़ता से लागू करना सुनिवि203अत किया जाए। इस नियम के तहत मान्यता प्राप्त विद्यालयों में कक्षावार कुल दाखिले का 25 प्रतिशत भाग समाज के कमजोर वर्ग के बच्चों के लिए आरक्षण का प्रावधान है तथा इसके तहत इन बच्चों को निश्शुल्क शिक्षा प्रदान करना सभी मान्यता प्राप्त विद्यालयों के लिए अनिवार्य है।
उपायुक्त ने लघु सचिवालय में 134ए नियम पर आयोजित बैठक की अध्यक्षता कर रही थी। उन्होंने कहा कि सभी मान्यता प्राप्त विद्यालय नियम 134ए का दृढ़ता से पालन करने के लिए बाध्य हैं। निजी विद्यालयों द्वारा मान्यता प्राप्ति के लिए आवेदन करते समय इस संदर्भ में शपथ पत्र दिया जाता है तथा उसके पश्चात ही मान्यता के लिए निर्धारित अन्य मापदंडों की जांच के पव203आत ही सरकार द्वारा विद्यालय को स्थाई या अस्थाई मान्यता प्रदान की जाती है।
उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी को दिशा-निर्देश देते हुए कहा कि एक सप्ताह के अंदर जिला में स्थित निजी विद्यालयों की रिपोर्ट सौपी जाए, जिसमें निजी विद्यालयों के मान्यता के संदर्भ में पूर्ण विवरण अर्थात विद्यालय मान्यता प्राप्त हैं, गैर मान्यता प्राप्त है या फिर मान्यता के लिए आवेदन किया हुआ है सहित नियम 134 ए को लागू करने बारे भी पूरी जानकारी दी जाए।
इस अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी साधु राम बेरवाल, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी संतोष ग्रोवर, उप जिला शिक्षा अधिकारी रफिया राम आदि उपस्थित थे।
पात्र शिक्षकों के फेर में मजदूर और ड्राइवर उठाए
प्रेम कुमार,हिसार
सीएम को काले झंडे दिखाने की योजना बना रहे 15 पात्र अध्यापकों को पुलिस ने शनिवार सुबह दस बजे मधुबन पार्क से गिरफ्तार कर लिया। इतना ही नहीं काले झंडे दिखाने की घोषणा करने वाले पात्र अध्यापकों की तलाश में पुलिस आम लोगों को भी उठाकर थाने ले गई। दो तो ऐसे व्यक्ति थे, जिन्होंने पात्रता परीक्षा का नाम सुनना तो स्कूल में कदम भी नहीं रखा था। इनमें एक ड्राइवर था तो दूसरा मजदूर। सीएम का भाषण सुनने आए तीन लेक्चरर को भी पुलिस जबरन सिविल लाइन थाना ले गई। बाद में पुलिस को गलती का अहसास हुआ तो किसी तरह अपना पिंड छुड़ाया।
मुख्यमंत्री सेक्टर 16-17 में डॉ. भीमराव अंबेडकर जयंती पर आयोजित समारोह में बतौर मुख्यातिथि आना था। टीचरों ने सीएम को काले झंडे दिखाने का ऐलान कर रखा था। ऐसे में पुलिस प्रशासन पहले ही सतर्क था। गिरफ्तारी के बाद पात्र अध्यापकों को बवानी खेड़ा थाने ले जाया गया। जहां से उन्हें देर शाम सिविल लाइन थाने लाया गया। वहीं कार्यक्रम स्थल से भी सात अन्य पात्र अध्यापकों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने पात्र अध्यापकों पर शांति भंग करने का मामला दर्ज किया और देर शाम निजी मुचलके पर उन्हें रिहा कर दिया गया।
कैथल, जागरण संवाद केंद्र : राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ का प्रतिनिधिमण्डल बुधवार को प्राथमिक शिक्षकों की मांगों को लेकर जिला प्रधान रोशन लाल पंवार की अध्यक्षता में जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी सन्तोष ग्रोवर से मिला।
बैठक में उप जिला शिक्षा अधिकारी रफिया राम भी उपस्थित थे। जिला प्रधान ने अधिकारियों के आश्वासन के बाद भी मांगें पूरी नहीं करने पर रोष जताया है। उन्होंने कहा कि अधिकारियों ने प्राथमिक शिक्षकों की सभी मांगें 31 मार्च तक पूरी करने का आश्वासन दिया था, लेकिन यह कोरा ही साबित हुआ। शिक्षकों की सभी मांगें जैसे वरिष्ठता सूची जारी करना, प्राथमिक शिक्षकों को कन्फर्म करना, हिन्दी, संस्कृत व पंजाबी पदों पर पदोन्नति करना, पिछले वर्ष हुए खेलों के बिलों की अदायगी करना, एसीपी प्रदान करना आदि आज भी अधूरे पड़े हैं। इसके कारण अध्यापकों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इसके साथ ही बुधवार को हुई बैठक में जिला परिषद् के तहत लगे अध्यापकों का एरियर 31 मार्च तक नहीं निकलवाने के मुद्दे पर अध्यापकों ने नाराजगी व्यक्त की। अध्यापकों ने मांग की कि उन्हें जल्दी ही एरियर दिया जाए। डीईईओ ने संघ पदाधिकारियों को भरोसा दिलाया कि 22 अप्रैल तक वरिष्ठता सूची तैयार कर दी जाएगी। अध्यापकों को कन्फर्म करने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। जिन अध्यापकों की एसीपी निजी मिसल नहीं होने के कारण नहीं लग पाई थी उन अध्यापकों की निजी मिसल पंचकूला से वापस मंगवा ली गई हैं। उन्हें संबंधित खंडों में भेजा जा रहा है ताकि एसीपी के पेंडिंग मामलों को निपटाया जा सके।
जिला परिषद् के तहत लगे अध्यापकों को समय पर एरियर नहीं देने के मामले की जांच की जाएगी तथा दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। हिन्दी, संस्कृत व पंजाबी पदों पर पदोन्नति के मामले पर उन्होंने कहा कि इन विषयों के रिक्त पदों का रोस्टर तैयार किया जा रहा है। संघ पदाधिकारियों ने अधिकारियों को कहा कि यदि 22 अप्रैल तक सभी मांगें पूरी नहीं हुई तो प्राथमिक शिक्षक संघ जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर धरना देगा। संघ प्रतिनिधिमंडल में जिला प्रधान रोशन लाल पंवार, संरक्षक सतबीर बुढाखेड़ा, संयुक्त सचिव जोगी राम, खण्ड कैथल प्रधान बलवान छौत शामिल थे।
पात्र अध्यापकों को लिया हिरासत में, बाद में रिहा
हिसार, जासं : शिक्षक भर्ती नियम में किए गए बदलाव के विरोध में पात्र अध्यापक ने शनिवार को अंबेडकर जयंती समारोह में शामिल होने पहुंचे मुख्यमंत्री व शिक्षामंत्री को काले झंडे दिखाने पहुंचे। सिविल लाइन थाना पुलिस ने मधुबन पार्क से करीब 22 पात्र अध्यापकों को हिरासत में लिया। पुलिस ने मधुबन पार्क से विनोद, सूबे सिंह, राकेश, अनिल यादव, विष्णु, दीपक, सुशील, पवन, कृपा राम, संजय, सुनील व सुभाष सहित करीब 22 पात्र अध्यापकों को हिरासत में ले लिया तथा शाम को सभी रिहा कर दिए गए। पात्र अध्यापक संघ के प्रदेशाध्यक्ष राजेन्द्र शर्मा ने कहा कि पात्र अध्यापक की परीक्षा पास कर नौकरी के इंतजार में बैठे हुए हैं।
अब बच्चे ले सकेंगे लजीज व्यंजनों का जायका !
रणबीर धानियां, धनौरी
गरीब का बच्च अब शुद्ध और लजीज व्यंजन का जायका लेगा! जबकि भोजन में गड़बड़ी करने वालों को लोहे के चने चबाने पड़ेंगे। प्रदेश के शिक्षा विभाग ने मिड-डे-मील की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए विशेष कार्ययोजना को जमीनी स्तर पर उतारने का निर्णय लिया है। इस कड़ी में विभाग द्वारा नए सत्र में हेल्प-लाइन सेवा को गतिशील किया जाएगा।
राज्य की शिक्षा मंत्री गीता भुक्कल की अगुवाई में क्रियान्वित इस सेवा के माध्यम से किसी भी स्थान से कोई भी व्यक्ति मिड-डे-मील से संबंधित सूचना प्रेषित कर सकता है। इस तरह जहां हेल्पलाइन तीसरी आंख की तरह नन्हे-मुन्नों के पकवान नजर रखेगी वहीं दिल में खोट रखने वालों को रंग हाथों पकड़वाएगी। दीगर है कि प्रदेश के शिक्षण संस्थानांे में मिड-डे-मील की गुणवत्ता पर पूर्व में कई बार भारी बवाल मचे हैं।
इस प्रकार के विवादों पर अंकुश लगाने के लिए प्रदेश सरकार ने नन्हे-मुन्नों के लिए शिक्षण संस्थानों में तैयार किए जाने वाले मिड-डे-मील के लिए रसोई निर्माण परियोजना का निर्णय लिया था। स्कूलों में बनाई जाने वाली इन रसोइयों में पाकशाला के साथ-साथ खाद्य सामग्री के भंडारण की व्यवस्था का भी प्रावधान किया गया। जबकि नन्हे-मुन्नों के लिए तैयार किए जाने वाले मिड-डे-मील की स्वच्छता को बनाए रखने के लिए कड़े दिशा निर्देश पारित किए गए।
इस पर विमर्श करते हुए प्रदेश की शिक्षा मंत्री गीता भुक्कल ने ऐसी योजना को मूर्त रूप देने का निर्णय लिया जिसके माध्यम से निरंतर मिड-डे-मील की गुणवत्ता पर नजदीकी नजर रखी जाए
134ए नियम लागू करने को कसी कमर
कैथल, जागरण संवाद केंद्र : उपायुक्त ए मोना श्रीनिवास ने कहा कि जिला में स्थित सभी मान्यता प्राप्त विद्यालयों में हरियाणा शिक्षा अधिनियम 2003 में अंकित नियम 134ए को दृढ़ता से लागू करना सुनिवि203अत किया जाए। इस नियम के तहत मान्यता प्राप्त विद्यालयों में कक्षावार कुल दाखिले का 25 प्रतिशत भाग समाज के कमजोर वर्ग के बच्चों के लिए आरक्षण का प्रावधान है तथा इसके तहत इन बच्चों को निश्शुल्क शिक्षा प्रदान करना सभी मान्यता प्राप्त विद्यालयों के लिए अनिवार्य है।
उपायुक्त ने लघु सचिवालय में 134ए नियम पर आयोजित बैठक की अध्यक्षता कर रही थी। उन्होंने कहा कि सभी मान्यता प्राप्त विद्यालय नियम 134ए का दृढ़ता से पालन करने के लिए बाध्य हैं। निजी विद्यालयों द्वारा मान्यता प्राप्ति के लिए आवेदन करते समय इस संदर्भ में शपथ पत्र दिया जाता है तथा उसके पश्चात ही मान्यता के लिए निर्धारित अन्य मापदंडों की जांच के पव203आत ही सरकार द्वारा विद्यालय को स्थाई या अस्थाई मान्यता प्रदान की जाती है।
उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी को दिशा-निर्देश देते हुए कहा कि एक सप्ताह के अंदर जिला में स्थित निजी विद्यालयों की रिपोर्ट सौपी जाए, जिसमें निजी विद्यालयों के मान्यता के संदर्भ में पूर्ण विवरण अर्थात विद्यालय मान्यता प्राप्त हैं, गैर मान्यता प्राप्त है या फिर मान्यता के लिए आवेदन किया हुआ है सहित नियम 134 ए को लागू करने बारे भी पूरी जानकारी दी जाए।
इस अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी साधु राम बेरवाल, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी संतोष ग्रोवर, उप जिला शिक्षा अधिकारी रफिया राम आदि उपस्थित थे।
पात्र शिक्षकों के फेर में मजदूर और ड्राइवर उठाए
प्रेम कुमार,हिसार
सीएम को काले झंडे दिखाने की योजना बना रहे 15 पात्र अध्यापकों को पुलिस ने शनिवार सुबह दस बजे मधुबन पार्क से गिरफ्तार कर लिया। इतना ही नहीं काले झंडे दिखाने की घोषणा करने वाले पात्र अध्यापकों की तलाश में पुलिस आम लोगों को भी उठाकर थाने ले गई। दो तो ऐसे व्यक्ति थे, जिन्होंने पात्रता परीक्षा का नाम सुनना तो स्कूल में कदम भी नहीं रखा था। इनमें एक ड्राइवर था तो दूसरा मजदूर। सीएम का भाषण सुनने आए तीन लेक्चरर को भी पुलिस जबरन सिविल लाइन थाना ले गई। बाद में पुलिस को गलती का अहसास हुआ तो किसी तरह अपना पिंड छुड़ाया।
मुख्यमंत्री सेक्टर 16-17 में डॉ. भीमराव अंबेडकर जयंती पर आयोजित समारोह में बतौर मुख्यातिथि आना था। टीचरों ने सीएम को काले झंडे दिखाने का ऐलान कर रखा था। ऐसे में पुलिस प्रशासन पहले ही सतर्क था। गिरफ्तारी के बाद पात्र अध्यापकों को बवानी खेड़ा थाने ले जाया गया। जहां से उन्हें देर शाम सिविल लाइन थाने लाया गया। वहीं कार्यक्रम स्थल से भी सात अन्य पात्र अध्यापकों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने पात्र अध्यापकों पर शांति भंग करने का मामला दर्ज किया और देर शाम निजी मुचलके पर उन्हें रिहा कर दिया गया।
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