शिक्षा मंत्री की अपील बेअसर निदेशक का पुतला फूंका
चंडीगढ़, जागरण ब्यूरो : नए सेवा नियमों में चार वर्ष के अनुभव वाले शिक्षकों को पात्रता परीक्षा से छूट देने संबंधी निर्णय के विरुद्ध पात्र अध्यापकों का आमरण अनशन शनिवार को 5वें दिन में प्रवेश कर गया। गिरते स्वास्थ्य के मद्देनजर शिक्षामंत्री ने अनशन समाप्त करने की अपील की, लेकिन पात्र अध्यापकों ने कहा कि वे न्याय मिलने तक अपना अनशन जारी रखेंगे।
पात्र अध्यापकों ने शनिवार को वाहनों के शीशे साफ कर अपनी गांधी गिरी जारी रखी। सोशल साइट फेसबुक पर भी पात्र अध्यापकों को समर्थन मिल रहा है। आमरण अनशन के पांचवें दिन पंचकूला प्रशासन ने पात्र अध्यापकांे के गिरते स्वास्थ्य की जांच की तथा उनसे अस्पताल में भर्ती होने की अपील की। पिछले पांच दिन से मात्र पानी पर निर्भर पात्र अध्यापकों के डाक्टरी मुआयने के बाद महिला विंग अध्यक्ष अर्चना सुहासिनी, अशोक शास्त्री व नानकचंद का ब्लड प्रेशर 70-100 पाया गया, वहीं पीलिया के लक्षण भी पाए गए।
प्रदेशाध्यक्ष राजेंद्र शर्मा, प्रेम अहलावत आदि अन्य अनशनकारियों का ब्लड प्रेशर भी कम पाया गया। पात्र अध्यापक शनिवार को उस वक्त तैश में आ गए, जब निदेशक ने पात्र अध्यापकों की मांग व आमरण अनशन से अनभिज्ञता जाहिर की। निदेशक के जवाब से बिफरे पात्र अध्यापकों ने उनका पुतला फूंक कर विरोध जताया। पात्र अध्यापक संघ के प्रदेशाध्यक्ष राजेंद्र शर्मा ने कहा कि निदेशक का पात्र अध्यापकों की मांग व आमरण अनशन से अनभिज्ञता जताना साबित करता है कि शिक्षा निदेशालय में किस तरह के संवेदनहीन अधिकारी शिक्षा विभाग चला रहे हैं। उन्हांेने कहा कि जिस अधिकारी को उसके कार्यालय के बाहर हो रही गतिविधियों का ही पता न हो, वो भला प्रदेश में क्या शिक्षा का उद्धार करेगा।
प्रदेशाध्यक्ष राजेंद्र शर्मा, प्रेम अहलावत आदि अन्य अनशनकारियों का ब्लड प्रेशर भी कम पाया गया। पात्र अध्यापक शनिवार को उस वक्त तैश में आ गए, जब निदेशक ने पात्र अध्यापकों की मांग व आमरण अनशन से अनभिज्ञता जाहिर की। निदेशक के जवाब से बिफरे पात्र अध्यापकों ने उनका पुतला फूंक कर विरोध जताया। पात्र अध्यापक संघ के प्रदेशाध्यक्ष राजेंद्र शर्मा ने कहा कि निदेशक का पात्र अध्यापकों की मांग व आमरण अनशन से अनभिज्ञता जताना साबित करता है कि शिक्षा निदेशालय में किस तरह के संवेदनहीन अधिकारी शिक्षा विभाग चला रहे हैं। उन्हांेने कहा कि जिस अधिकारी को उसके कार्यालय के बाहर हो रही गतिविधियों का ही पता न हो, वो भला प्रदेश में क्या शिक्षा का उद्धार करेगा।
आरपार की लड़ाई लड़ेंगे गुरुजी
यह फैसला शनिवार को कलायत में खंड प्रधान सुरेंद्र भट्टू की अध्यक्षता में संपन्न हुई बैठक में लिया गया। आयोजित बैठक में प्राथमिक शिक्षकों की उन मांगों बारे विचार विमर्श किया गया। सुरंेद्र भट्टू और सुरेश राणा ने कहा कि शिक्षकों द्वारा धरना, प्रदर्शन व ज्ञापन सौंपने के पव203आत भी शिक्षा विभाग के आला अधिकारियों द्वारा उनकी मांगों को पूरा करने के लिए कोई कदम नहीं उठाया गया।
प्रेस प्रवक्ता नवीन कुमार ने बताया कि राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ के बैनर तले शिक्षकों द्वारा गत 10 मई को भी खंड स्तर पर न केवल अपनी मांगों को पूरा करने के लिए खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय के समक्ष धरना दिया था बल्कि उनकी मांगों को पूरा करने के लिए ज्ञापन भी सौंपा था। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ का धरना 22 को
सीवन, संवाद सहयोगी : राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ हरियाणा द्वारा 22 मई को प्रदेश भर के जिला मुख्यालयों पर अपनी मांगों को लेकर धरना दिया जाएगा। इसी कड़ी में 22 मई को कैथल के प्राथमिक शिक्षक भी डीईईओ कार्यालय पर धरना देंगे। गौर तलब है कि प्राथमिक शिक्षक संघ ने 10 मई को भी खंड प्रदर्शन कर मुख्य मंत्री के नाम ज्ञापन दिया था। संघ के जिला महासचिव राकेश रतन, जिला कार्यकारी प्रधान राजेश बैनीवाल, ने शनिवार को सीवन के रावमा विद्यालय में जिला स्तरीय प्रदर्शन को लेकर समीक्षा की। उन्होंने कहा कि सरकार ने संघ के जोरदार विरोध के चलते पांच वर्ष के लिए ठेके पर भर्ती करने व पदोन्नति में पात्रता परीक्षा का निर्णय वापिस लिया है। अब संघ बाकी की मांगों को लेकर आर पार का संघर्ष करेगा। अगर सरकार ने संघ की बाकी मांगों को न माना तो 22 मई को जिला स्तरीय प्रदर्शन बाद में 10 जुलाई को शिक्षा निदेशालय पंचकूला पर विशाल प्रदर्शन करेगा। मौके पर कर्मवीर डोहर, कृष्ण मलिक, सतबीर बुढ़ा खेड़ा, रघुबीर सिंह आदि मौजदू थे।
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