प्राथमिक शिक्षकों का प्रदेशव्यापी प्रदर्शन आज
Posted On May - 9 - 2012
हमारे प्रतिनिधि
चंडीगढ़, 9 मई। हरियाणा राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ ने अपनी मांगों को लेकर विभाग के विरुद्ध ताल ठोकते हुए कल प्रदेश के सभी खंड शिक्षा अधिकारियों के कार्यालयों के बाहर प्रदर्शन करने का ऐलान किया है। इस दौरान संघ की ओर से सभी खंडों से मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपे जाएंगे। संघ ने मांगें न माने जाने की सूरत में 22 मई को सभी जिला मुख्यालयों व 10 जुलाई को शिक्षा सदन पर प्रदर्शन के बाद क्रमिक अनशन शुरू करने का भी ऐलान किया है।
संघ प्रदेशाध्यक्ष विनोद ठाकरान ने बताया कि प्राथमिक शिक्षकों की 15 सूत्री मांगों को लेकर 10 मई को प्रदेशव्यापी प्रदर्शन किया जा रहा है। सरकार प्राथमिक शिक्षकों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है व मांगों को लटकाए हुए है। संघ के साथ जिन मामलों पर विभाग की सहमति हुई थी, उन पर भी अभी तक कोई कार्यवाही न होने से प्राथमिक शिक्षकों में भारी रोष है। संघ की प्रमुख मांगों में 16290 रुपये बेसिक वेतन, स्कूल प्रवक्ता पद पर सीधे प्रमोशन, मुख्य शिक्षक का पद यथावत रखना, वर्ष 2000 में लगे शिक्षकों की पदोन्नति, अंतर्जिला स्थानातंरण, पदोन्नति में पात्रता परीक्षा के प्रावधान को रद्द करने जैसी मांगें प्रमुख हैं। प्रदेश महासचिव दीपक गोस्वामी ने कहा कि अब मांगों को लेकर संघ आरपार संघर्ष करेगा। शिक्षा विभाग द्वारा नई नीतियों के माध्यम से प्राथमिक शिक्षकों का कैडर समाप्त करने का प्रयास किया जा रहा है। वहीं, पदोन्नति के सभी अवसर भी समाप्त कर दिए गए हैं। मुख्य शिक्षक की एक मात्र पदोन्नति को भी समाप्त कर दिया गया है। शिक्षा के अधिकार कानून की मनमानी व्याख्या करते हुए रेशनेलाईजेशन के नाम पर शिक्षक-छात्र अनुपात 1:30 की बजाए 1:40 किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अब संघ मांगें मानी जाने तक संघर्ष जारी रखेगा।
चंडीगढ़, 9 मई। हरियाणा राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ ने अपनी मांगों को लेकर विभाग के विरुद्ध ताल ठोकते हुए कल प्रदेश के सभी खंड शिक्षा अधिकारियों के कार्यालयों के बाहर प्रदर्शन करने का ऐलान किया है। इस दौरान संघ की ओर से सभी खंडों से मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपे जाएंगे। संघ ने मांगें न माने जाने की सूरत में 22 मई को सभी जिला मुख्यालयों व 10 जुलाई को शिक्षा सदन पर प्रदर्शन के बाद क्रमिक अनशन शुरू करने का भी ऐलान किया है।
संघ प्रदेशाध्यक्ष विनोद ठाकरान ने बताया कि प्राथमिक शिक्षकों की 15 सूत्री मांगों को लेकर 10 मई को प्रदेशव्यापी प्रदर्शन किया जा रहा है। सरकार प्राथमिक शिक्षकों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है व मांगों को लटकाए हुए है। संघ के साथ जिन मामलों पर विभाग की सहमति हुई थी, उन पर भी अभी तक कोई कार्यवाही न होने से प्राथमिक शिक्षकों में भारी रोष है। संघ की प्रमुख मांगों में 16290 रुपये बेसिक वेतन, स्कूल प्रवक्ता पद पर सीधे प्रमोशन, मुख्य शिक्षक का पद यथावत रखना, वर्ष 2000 में लगे शिक्षकों की पदोन्नति, अंतर्जिला स्थानातंरण, पदोन्नति में पात्रता परीक्षा के प्रावधान को रद्द करने जैसी मांगें प्रमुख हैं। प्रदेश महासचिव दीपक गोस्वामी ने कहा कि अब मांगों को लेकर संघ आरपार संघर्ष करेगा। शिक्षा विभाग द्वारा नई नीतियों के माध्यम से प्राथमिक शिक्षकों का कैडर समाप्त करने का प्रयास किया जा रहा है। वहीं, पदोन्नति के सभी अवसर भी समाप्त कर दिए गए हैं। मुख्य शिक्षक की एक मात्र पदोन्नति को भी समाप्त कर दिया गया है। शिक्षा के अधिकार कानून की मनमानी व्याख्या करते हुए रेशनेलाईजेशन के नाम पर शिक्षक-छात्र अनुपात 1:30 की बजाए 1:40 किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अब संघ मांगें मानी जाने तक संघर्ष जारी रखेगा।
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